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स्वास्थ्य रहने के लिए सेब और गाजर का करें सेवन कई गुड़ों का भंडार है सेब और गाजर

स्वास्थ्य रहने के लिए सेब और गाजर का करें सेवन कई गुड़ों का भंडार है सेब और गाजर, यहां हम रोगों के उपचार की बात नहीं कर रहे। यदि हम नियमित रूप से, जब-जब बाज़ार में उपलब्ध हों, सेब तथा गाजर इकट्ठे या अलग-अलग समयों में वर्ष भर खाते रहें तो हम पूरी तरह निरोग रहकर पूर्ण स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकते हैं। इस बात में किसी को भी कोई सन्देह नहीं होना चाहिए। सेब और गाजर के फायदे नीचे बताये गए है।

स्वास्थ्य रहने के लिए सेब और गाजर का करें सेवन कई गुड़ों का भंडार है सेब और गाजर

स्वास्थ्य रहने के लिए सेब और गाजर का करें सेवन कई गुड़ों का भंडार है सेब और गाजर

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सेब और गाजर के फायदे

  • सेब स्वास्थ्य को ठीक रखता है। यह उतना ही सौन्दर्य की भी रक्षा करता है।
  • सेब का सेवन करेंगे तो इससे एसिड निकलता है। यही एसिड शरीर में जाकर एल्कलाइन में बदल जाता है।
  • एल्कलाइन की यह विशेषता है कि यह पाचन क्रिया को मज़बूत करती है। भोजन आसानी से पच जाता है। बदहजमी नहीं होने देती है।
  • सेब को छीलकर नहीं खाना चाहिए। इसके छिलके में विद्यमान रेशा हमें कब्ज आदि से बचाता है।
  • सेब के गूदे में काफी मात्रा में विटामिन्स तथा कैल्शियम आदि होते हैं। ये आवश्यक तत्त्व हमारे स्वास्थ्य के लिए उत्तम हैं। इनसे हमारे मसूड़े, दांत, हड्डियां शक्ति पाती हैं तथा उनमें मजबूती आती है।
  • पेट को ठीक रखने के लिए, पेट को बीमारियों से मुक्त रखने के लिए भी सेब का बड़ा योगदान है। इसके रस में एंटीबैक्टीरियल शक्ति होती है। तभी पेट में कोई विकार नहीं हो पाता।
  • सेब केवल स्वास्थ्य में वृद्धि कर, इसकी रक्षा ही नहीं करता, बल्कि इससे फेस पैक तैयार कर, अपने चेहरे को कांतिमय बना सकते हैं।
  • गाजर हमारे स्वास्थ्य में सुधार करती है। हमें शक्ति प्रदान करती है। रक्त की वृद्धि कर सौन्दर्य बढ़ाती है। नीरस जीवन में रस भर देती है। गाजर सस्ती है मगर गुणों का भंडार भी।
  • आंखों की ज्योति बढ़ाने के लिए भी गाजर का सेवन किया जाता है। गाजर का रस तो और भी अधिक गुणकारी होता है। इसमें बीटाकेराटिन पाया जाता है। यह विटामिन ‘ए’ की एक किस्म है। यदि शरीर में यह ‘बीटाकेराटिन’ काफी हो तो आंखों की रक्षा होगी।
  • विटामिन ‘बीटाकेराटिन’ की आपूर्ति होने से आंखों में ‘विजुअल पर्पल’ नाम का पिगमेंट बनता है। इसकी वजह से जब हम कभी रोशनी, कभी तेज़ रोशनी तो कभी अंधेरे की ओर जाते हैं तो हम इससे कोई परेशानी महसूस नहीं कर सकते।
  • यदि हमारी आंखों में इस पिगमेंट की कमी हो जाए तो रतौंधी का भय बनता है। गाजर हमें इस भय से मुक्त कर देती है।
  • चूंकि हमें आंखों के लिए ‘बीटाकेराटिन’ की आवश्यकता होती है और जब हमें गाजर उपलब्ध न हों तो हम खुमानी, पत्तेदार सब्ज़ियां, संतरा, नारंगी तथा टमाटर आदि को खाकर अपनी आवश्यकता पूरी कर सकते हैं। गाजर मिले तो इसका रस पीना चाहिए।

इस प्रकार हम सेब तथा गाजर से निरोगता पाने में सफल होते हैं।

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अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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