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असंतुलित भोजन करने से हो सकती है कई गंभीर बीमारियां, ये है रोग बने रहने का कारण

असंतुलित भोजन करने से हो सकती है कई गंभीर बीमारियां:- भोजन हमारे शरीर का ईंधन है और इसका हमारे स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव होता है। हम जो भोजन खाते हैं वो हमारे शरीर को सुचारू रूप से चलने के लिए सही जानकारी व पोषक तत्व प्रदान करता है। अगर हमें सही जानकारी न मिले तो हमारे शरीर की चयापचय प्रक्रियाओं की क्षति होती है और हमारे स्वास्थ्य में गिरावट आ जाती है।

असंतुलित भोजन करने से हो सकती है कई गंभीर बीमारियां

असंतुलित भोजन करने से हो सकती है कई गंभीर बीमारियाँ

आहार की बदलती आदतों के साथ आज हमारे मुख्य भोजन के प्रतिरूप में भी बदलाव आया है। इस बदलाव के चौकाने वाले प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। फास्ट फूड के बढ़ते चलन के कारण मोटापा, उच्च रक्तचाप, अपच, डिसलिपिडेमिया, क्षीण ग्लुकोज सहनशीलता के मामले कम उम्र में ही बढ़ने लगे हैं। ये न केवल हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाता है बल्कि हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी कमजोर करके हमें एलर्जिक विकारों के लिए संवेदनशील बनाता है।

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आहार सम्बन्धित त्रुटियाँ

एलर्जी उपचार के हमारे दशकों के अनुभव से हम ऐसे खाद्य पदार्थों को पहचान सके हैं जो विभिन्न प्रकार की एलर्जी को उत्तेजित करते हैं। मरीज इस लम्बी सूची को देखकर भ्रमित हो जाते हैं और महसूस करते हैं कि उन्हें अपनी पसंद की आधी से ज्यादा चीजें खाने से रोका जा रहा है। हर व्यक्ति अपने आप में अलग होता है। इसलिए हर व्यक्ति में एलर्जी पैदा करने वाले खाद्य पदार्थ भी अलग होते हैं। इसलिए यह जरूरी नहीं कि ये सभी चीजें आप में एलर्जी पैदा करें।

इसे सूची मानते हुए उन खाद्य पदार्थों जिनसे आपको एलर्जी है को पहचानने और उनका सेवन करने से बचें। ऐसे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें जिन्हें खाने से आपको रोग हो जाऐ या लक्षण बदतर हो जाऐं, खासकर जब आपके रोग के लक्षण अति तीव्र हो। उदाहरण के लिए मौसम का बदलाव श्वसन सम्बन्धी एलर्जी से पीड़ितों (खासकर बच्चों के लिए बेहद संवेदनशील समय होता है। ऐसे समय में उन्हें आईसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक, टमेटो सॉस आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।

स्वसन एलर्जी में करें इन चीजों का परहेज

बार-बार खाँसी, जुकाम और टॉन्सिलाइटिस निम्नलिखित से सख्ती से परहेज करें:-

ठंडे और वातित पेय

कोक, फैन्टा, फ्रूटी, लिम्का, माजा, पेप्सी, आदि फ़लों का रस (खट्टे फलों का) जैसे संतरा और मौसमी, ठंडा पानी, आईस क्रीम, लस्सी, दही (सामान्य तापमान पर ताज़ा मीठा दही लिया जा सकता है)

फल

अंगूर, नींबू, आम, संतरा, अनानास, अनार, तरबूज, खरबूजा आदि

खट्टा भोजन

अचार, रसम, सॉस / केचअप, साम्भर, टमाटर का सूप, सिरका, गोल गप्पे, इमली आदि

साँस व दमा में करें इन चीजों का परहेज

निम्नलिखित से बचें यदि इनसे आपके रोग के लक्षण बिगड़ते हैं-

  • फल – केला, अमरूद
  • तेल युक्त और भारी भोजन – बर्गर, चिप्स / वैफर्स, छोले भटूरे, चॉकलेट, सूखे मेवे, तले हुए खाद्य, हैम, हलवा, खीर, मिल्क शेक, ऑमलेट, पकौड़ा, परांठा, पेस्ट्री, पिज्जा, पूड़ी, समोसा, मिठाई, वड़ा आदि
  • स्टार्च (बादी) युक्त भोजन – कढ़ी, नूडल्स, चावल, स्वीट कॉर्न सूप, उड़द दाल, लोबिया, राजमा, जंक फूड (जिनका मुख्य भोजन चावल है, वे लोग चावल खा सकते हैं)
  • सब्जियां – बीन्स, अरबी, खीरा, भिण्डी, आलू, साग, शकरकन्दी, कच्चा टमाटर, टेपिओका, मूली आदि

त्वचा एलर्जी में करें इन चीजों का परहेज

ऐसा स्वस्थ आहार लें जिसमें लाल रंग के फल, सब्जियां व मछली हो। उच्च संतृप्त वसा युक्त आहार जैसे माँस मक्खन, पूर्ण वसा युक्त दुग्ध-उत्पाद तथा शीतल पेय, केक, पेस्ट्री और आलू त्वचा में झुर्रियों की संभावना बढ़ा देते हैं, अतः इनसे बचना चाहिए। शरीर में गर्मी पैदा करने वाले आहार, जैसे चॉकलेट, गुड, सूखे मेवे अत्याधिक मसालेदार व खट्टा भोजन, आम, आदि से बचना चाहिए क्योंकि ये वसामय ग्रंथियों की सक्रियता बढ़ा देते हैं। अनियमित भोजन तथा असमय अनावश्यक नाश्ते से परहेज करें।

नोट: अचानक ठंडी हवा में जाने, धूल, बारिश व धुँए से बचें।

पाचन तंत्र एलर्जी में करें इन चीजों का परहेज

फल

फलों का आनन्द उनके प्राकृतिक रूप में लिया जाना चाहिए। फलों के रस का सेवन कम करें क्योंकि इनमें बहुत ज्यादा शर्करा मिश्रित होता है।

माँस व तला हुआ भोजन

लाल माँस तथा ऑमलेट, पकौड़े, परांठे, पूड़ी, समोसे, वड़ा (भल्ला) खाने से बचें, क्योंकि इनमें बहुत ज्यादा संतृप्त वसा होती है। चॉकलेट, हलवा, खीर एवं अन्य मिठाइयों से भी बचना चाहिए।

स्टार्च (बादी) युक्त भोजन

कढ़ी, नूडल्स, चावल, स्वीट कॉर्न सूप, उड़द दाल, लोबिया, राजमा, जंक फ़ूड से बचना चाहिए। (जिनका मुख्य भोजन चावल है, वे लोग चावल खा सकते हैं)।

सब्जियां

गहरे रंग की सब्जियों को प्राथमिकता दें। जितना गहरा रंग, उतनी ही इनमें विटामिन, खनिज तथा ऐन्टीऑक्सीडेन्ट की मात्रा ज्यादा होती है। भिंडी, फूलगोभी, अरबी, मूली, साग, शकरकन्दी व पत्ता गोभी से बचें।

दूध व अन्य दुग्ध उत्पाद

वसा रहित दुग्ध उत्पाद चुनें। उचित वजन कायम रखें, दवाओं का प्रयोग सावधानी से करें, दवाओं का नियमित सेवन, पाचन क्रिया को स्पष्ट रूप से प्रभावित कर सकता है।

उदाहरण के लिए, नशीले पदार्थ, स्टेरोइड-रहित सूजन- रोधी दवाऐं (NSAIDs) मिचली, पेट दर्द, पेट से रक्त स्राव, छाले या दस्त का कारण बन सकते हैं (अगर इन्हें नियमित रूप से, या बताई गई खुराक से अधिक मात्रा में लिया जाता है)।

जोड़ों के दर्द से परेशान

आर्थराईटिस निम्नलिखित से सख्ती से परहेज करें:-

  • ठंडे और वातित पेय – फ्रूटी, माजा, लिम्का, कैम्पा कोला, पेप्सी, कोक, आईसक्रीम, दही, लस्सी, आदि
  • फल – केला, खरबूजा, खट्टे अंगूर, तरबूज
  • फलों का रस – खट्टे फल जैसे सतरा मौसमी व मिश्रित फलों का रस
  • स्टार्च – युक्त (बाय- बादी) भोजनः मैदे से बने सभी पदार्थ, कढ़ी. नूडल्स, चावल, स्वीट कॉर्न सूप, उड़द दाल, लोबिया, राजमा, जंक फूड, आदि।
  • सब्जियां – फूल गोभी, अरबी, भिण्डी, साग, शकरकन्दी, मूली, अनियमित भोजन तथा असमय अनावश्यक नाश्ता

नोट: अचानक ठंडी हवा और बारिश में जाने से बचें।

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अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Updated: March 6, 2023 — 3:15 pm

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