बढ़ती उम्र में रखें ध्यान जब आप जीवन में 40 की उम्र की ओर अग्रसर हों, तब आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति कुछ ज्यादा ही सजग हो जाना चाहिए, क्योंकि इस उम्र से आपके शरीर में दबी अनेक बीमारियां अपना सिर उठा सकती हैं। अपने चिकित्सक की सलाह से समय-समय पर आपको कुछ जांचें करानी चाहिए। अपना ब्लड शुगर स्तर फास्टिंग (खाली पेट) चेक कराएं। यदि परिवार में मां या पिता को मधुमेह की शिकायत है, तो छह महीने में एक बार शुगर की जांच अवश्य करायें।
बढ़ती उम्र में रखें ध्यान

ब्लड शुगर स्तर
छह माह में कम से कम एक बार ब्लड प्रेशर अवश्य चेक कराएं बढ़े हुए ब्लड प्रेशर से हृदय की गति रुक जाती सकती है, हृदय का आकार बड़ा हो सकता है और दिल का दौरा पड़ने की आशंका बढ़ जाती है। समय-समय पर लिपिड प्रोफाईल (रक्त में कोलेस्ट्रॉल) की मात्रा की जांच कराएं। ऐसा इसलिए क्योंकि बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल धमनियों में ‘प्लॉक’ बनाता है, जिससे धमनियां सँकरी या बंद हो जाती हैं।
वजन
बढ़ा हुआ वजन मधुमेह, हृदयरोगों, आर्थराइटिस, पित्ताशय की थैली में पथरी और कई प्रकार के कैंसर को भी बढ़ावा दे सकता है इसलिए समय-समय पर अपना बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) चेक कराते रहें।
सीरम यूरिक एसिड
बढ़े हुए यूरिक एसिड से गठिया के साथ हृदय रोगों के होने की आशंका बढ़ जाती है।
सीरम होमोसिस्टिन
हीमोसिस्टिन नामक हानिकारक कण रक्त में मौजूद होते हैं। जब इन कणों की संख्या बढ़ जाती है, तब ये रक्त नलिकाओं को नुकसान पहुचाते हैं।
सीरम यूरिया व क्रियेटिनिन
इन जांचों से यह पता चलता है कि आपके गुर्दे ठीक तरह से कार्य कर रहे हैं या नहीं।
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अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।