बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना 2023:- भारत में बाल लिंगानुपात (0-6 आयु वर्ग) में गिरावट की प्रवृत्ति रही है। वर्ष 1991 में बाल लिंगानुपात 945 था, जो वर्ष 2001 में 927, जबकि वर्ष 2011 की जनगणना में अपने न्यूनतम स्तर 919 (बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के गाइडलाइन के अनुसार- 918) तक पहुंच गई है। समाज में कन्या भ्रूण हत्या की कुरीति को जड़ से खत्म करने व बेटियों को आर्थिक तौर पर सक्षम बनाने के प्रयास के तहत भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय की संयुक्त पहल के रूप में देश के 100 निम्न लिंगानुपात वाले जिलों में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम शुरुआत की गई।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना (Beti Bachao Beti Padhao Scheme)

Beti Bachao Beti Padhao Scheme 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी, 2015 को हरियाणा के पानीपत जिले से प्रारंभ किया गया। योजना की सफलता को देखते हुए वर्तमान में यह योजना भारत के समस्त जिलों तक विस्तारित हो चुकी है।
स्वस्थ एवं प्रगतिशील समाज हेतु अनिवार्य शर्तों में संतुलित लिंगानुपात भी है। भविष्य में संतुलित लिंगानुपात के स्तर को तभी प्राप्त किया जा सकता है, जब वर्तमान में बाल लिंगानुपात में संतुलन हो। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान भारत में बेटियों के संरक्षण एवं अनेक सर्वांगीण विकास हेतु समर्पित है। इसके तहत जागरूकता के माध्यम से भविष्य के भारत के निर्माण की आधारशिला रखी जा रही है। निश्चित रूप में इसका दूरगामी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य
- लिंग आधारित भेदभाव तथा लिंग चयन का उन्मूलन
- बालिकाओं की उत्तर जीविता और सुरक्षा सुनिश्चित करना
- बालिकाओं की शिक्षा और भागीदारी को सुनिश्चित करना
कार्यक्रम के प्रथम फेज में आठ लक्ष्य चुने गए थे। इनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं-
- निम्न बाल लिंगानुपात वाले चयनित 100 जिलों में एक वर्ष में जन्म लिंगानुपात (SRB Sex Ratio at Birth) में 10 अंकों की वृद्धि लाना।
- माध्यमिक शिक्षा में लड़कियों के नामांकन को वर्ष 2013-14 के 76 प्रतिशत से बढ़ाकर वर्ष 2017 के अंत तक 79 प्रतिशत करना।
- 5 वर्ष से कम आयु की न्यून भार (Under Weight) तथा रक्ताल्पता पीड़ित बालिकाओं के पोषण स्तर में सुधार लाना।
- कम बाल लिंगानुपात वाले 100 जिलों के प्रत्येक स्कूल में वर्ष 2017 तक महिला शौचालयों की व्यवस्था करना।
- 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर में लैंगिक अंतराल’ को वर्ष 2011 के 8 अंक से कम करके वर्ष 2017 तक 4 अंक तक पहुंचाना।
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के विस्तार के साथ-साथ इसके लक्ष्यों को भी विस्तारित किया गया। वर्तमान में इस योजना के प्रमुख लक्ष्य निम्नलिखित हैं-
- चयनित जिलों में एक वर्ष में जन्म के समय लिंगानुपात में दो अंकों का सुधार करना।
- प्रत्येक वर्ष बाल मृत्यु दर (पांच वर्ष से कम आयु) में 1.5 अंक की कमी लाना।
- प्रति वर्ष संस्थागत प्रसव में 1.5% की वृद्धि करना।
- वर्ष 2018-19 तक माध्यमिक शिक्षा में बालिकाओं के नामांकन को बढ़ाकर 82% करना।
- प्रत्येक स्कूल में शौचालय की व्यवस्था करना।
- बालिकाओं के पोषण स्तर में सुधार करते हुए 5 वर्ष से कम आयु की बालिकाओं में रक्ताल्पता एवं कम भार की समस्या में कमी लाना।
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जिलों के चयन के मापदंड
प्रथम चरण में जिलों के चयन में तीन मापदंड अपनाए गए थे, परंतु वर्तमान में योजना के अंतर्गत समस्त 640 जिलों (2011) को सम्मिलित कर लिया गया है। प्रथम 100 जिलों के चयन का आधार इस प्रकार था
- 87 जिलों को उन 23 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों से चुना गया था, जिनका बाल लिंगानुपात राष्ट्रीय औसत से कम था।
- 8 जिलों को उन 8 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों से चुना गया था, जिनका बाल लिंगानुपात राष्ट्रीय औसत से तो अधिक था, परंतु उसमें गिरावट की प्रवृत्ति देखी जा रही थी।
- 5 जिलों को उन 5 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों से चुना गया था, जिनका बाल लिंगानुपात राष्ट्रीय औसत से अधिक था और उसमें सुधार की प्रवृत्ति देखी जा रही थी, इनके चुनाव का प्रमुख कारण देश के अन्य हिस्सों को प्रेरणा प्रदान करना था।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का बजट
यह योजना वर्ष 2014-15 के बजट में की गई घोषणा के अनुसार, 100 करोड़ रुपये की आरंभिक राशि द्वारा शुरू की गई थी। वर्ष 2021-22 के बजट में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ सहित कुछ अन्य प्रमुख योजनाओं को मिशन शक्ति के अंतर्गत मिलाकर कुल 3109 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना ऑनलाइन आवेदन
Beti bachao beti padhao Yojana का लाभ लेने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना बहुत ही आवश्यक है ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया आपको नीचे दी गई है।

- सबसे पहले आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। महिला और बाल विकास मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करें।
- आधिकारिक वेबसाइट खोलने के बाद आपको थोड़ा नीचे स्क्रॉल कर कर आना होगा वहां पर आपको बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विकल्प दिखाई देगा।
- क्लिक करने के बाद आपके सामने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का पेज खुल जाएगा।
- इस योजना में आवेदन करने के लिए दिए गए सभी निर्देशों का पालन करते हुए आवेदन की प्रक्रिया करनी होगी।
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