मनुष्य को भोजन करने संबंधी कुछ जरूरी नियम व निर्देश पता होना बहुत ही जरूरी है। सन्तुलित भोजन ग्रहण करना ही स्वास्थ्य के लिये काफी नहीं है। उसका समुचित लाभ प्राप्त करने के लिये भोजन-शास्त्र के अनुसार कुछ नियमों का पालन करना भी आवश्यक है। योगासन एवं प्राणायाम आदि के अभ्यास के साथ इसके महत्व को नकारा नहीं जा सकता है। भोजन का नियम क्या है, भोजन करने के नियम के बारे में जानेंगे।
भोजन करने संबंधी कुछ जरूरी नियम व निर्देश

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भोजन करने संबंधी कुछ जरूरी नियम व निर्देश
अतः इस विषय पर संक्षिप्त चर्चा आवश्यक है, जिसको ध्यान में रखना हितकर ही सिद्ध होगा और बल्कि ‘सोने में सुहागा’ वाली कहावत भी चरितार्थ होगी।
- जब भूख अच्छी तरह लगी हो तभी भोजन करना चाहिये।
- पेट के दो हिस्से भोजन से एक हिस्सा पानी से, बाकी का चौथाई हिस्सा हवा के लिये खाली छोड़ना चाहिये।
- भोजन का समय निश्चित होना चाहिये। दो भोजनों के बीच काफी अन्तर होना चाहिये। रात का भोजन सोने से तीन घण्टे पहले कर लेना चाहिये जिससे भोजन को पचने के लिये पर्याप्त समय मिल जाये।
- बार- बार भोजन करते रहने से पाचन-क्रिया बिगड़ती है अत: इस बुरी आदत से बचें।
- जब तक पहले का भोजन पच न जाये, दूसरा भोजन न करें। खट्टी डकार, मिचली या जलन महसूस हो रही हो तो उस समय भोजन छोड़ देना ही उचित होगा।
- अति भोजन से बचें क्योंकि यह रोग को निश्चित ही आमंत्रित करता है।
- शारीरिक या मानसिक थकावट, क्रोध, भय, चिन्ता तथा हड़बड़ाहट में भोजन कभी न करें।
- सब्जियों को काटने से पहले पानी से अच्छी तरह से धो लें, उनके छिलके अधिक न उतारें अन्यथा लवण-विटामिन नष्ट हो जायेंगे भोजन को देर तक पकाने में भी यह खतरा रहता है।
- देर से कटे हुए, धूल युक्त अथवा जिस भोजन पर मक्खी बैठी हो, उसे न खायें।
- भोजन के तुरन्त बाद कोई परिश्रम का काम जैसे अधिक पैदल चलना, भार उठाने तथा साईकिल चलाना आदि न करें। इससे हानि हो सकती है।
- दोपहर के भोजन के बाद कुछ देर विश्राम करना चाहिये। पीठ के बल लेटकर 16 गहरे श्वास लें, फिर दाँयी करवट लेटकर 64 गहरे श्वास लेना चाहिये । ऐसा करने से भोजन शीघ्र पच जाता है। शाम के भोजन के बाद टहलना आवश्यक है।
- भोजन करते समय अधिक पानी न पियें। यदि अति आवश्यक हो तो 2-4 घूँट पानी पी लें। भोजन करने के आधे घण्टे बाद अधिक से अधिक पानी पीते रहें।
- भोजन करके तुरन्त पेशाब करना चाहिये कुछ देर बज्र आसन पर बैठना चाहिये, इससे पाचन शक्ति बढ़ती है।
- भोजन को खूब चबा-चबाकर खाना चाहिये अन्यथा आँतों में सड़न होने से अनेक रोग उत्पन्न हो सकते हैं।
- उत्तेजक पदार्थ जैसे शराब, अचार, चाय, कॉफी, अति मिर्च मसालों का सेवन न करें।
- भोजन कमर सीधी रखकर करना चाहिये। झुककर भोजन करने से पेट पर भार पड़ता है इससे पाचन में कठिनाई हो सकती है।
- मौसम के सब्जी और फलों का सेवन लाभप्रद होता है।
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अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।