बिजली पर निबंध? भारत में बिजली कब आई थी?
बिजली पर निबंध (Bijli Par Nibandh In Hindi), भारत में बिजली का विकास 19वीं सदी के अन्त में शुरू हुआ। 1897 में सर्वप्रथम दार्जिलिंग में बिजली आपूर्ति शुरू हुई। स्वतन्त्रता से पूर्व बिजली की आपूर्ति मुख्य रूप से निजी क्षेत्र करता था और यह सुविधा भी कुछ शहरी क्षेत्रों तक ही सीमित थी। स्वतन्त्रता के बाद इस क्षेत्र में आशातीत वृद्धि हुई।
बिजली पर निबंध (Bijli Par Nibandh In Hindi)

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बिजली पर निबंध (Bijli Par Nibandh In Hindi)
उपयोग
बटन के दबाते ही बिजली से प्रकाश हो जाता है और पंखे चलने लगते हैं। इन दो लाभों के अतिरिक्त बिजली के और भी अनेक लाभ हैं, जैसे बिजली की सहायता से हम बेतार के तार का उपयोग करते हैं। टेलीफोन बिजली की सहायता से काम करता है। बिजली की सहायता से काम करने वाले टेलीफोन से शीघ्र संवाद भेज सकते हैं और पा सकते हैं।
बिजली से रेलगाड़ियाँ चलती हैं। बिजली के कारण आने-जाने के समय में बहुत कमी हो गई है बिजली के द्वारा समय और दूरी को कम कर देने के कारण आज सभी राष्ट्र एक-दूसरे के बहुत समीप आ गये हैं। की सहायता से हम कमरे को गर्मी के दिनों में ठण्डा कर सकते हैं और जाड़े के दिनों में गर्म कर सकते हैं।
चिकित्सा के क्षेत्र में बिजली का बहुत उपयोग है। बिजली के द्वारा ही अनेक रोगों का इलाज होता है। एक्स-रे का प्रयोग बिजली के द्वारा ही होता है। एक्स-रे द्वारा हमको अनेक बीमारियों का ज्ञान हो जाता है तथा टूटी हुई हड्डियों का पता लग जाता है।
बिजली उद्योगों में बहुत अधिक सहायक है। बिजली के द्वारा मिलों और फैक्टरियों में बड़ी-बड़ी मशीनें चलती हैं। इतना ही नहीं बड़े-बड़े कुएँ और नहरें बिजली की सहायता से खोदे जा सकते हैं। बिजली से ट्यूबवैल चलते हैं।
बिजली के द्वारा हजारों-लाखों समाचारपत्र और मैगजीन छपती हैं। ये सब ज्ञान का प्रसार करते हैं। जीवन का कोई भी क्षेत्र बिजली के बिना नहीं रहा है।
उपसंहार
बिजली से जहाँ अनेक लाभ हैं वहाँ कुछ हानियाँ भी हैं। बिजली के कारण कभी घरों या दुकानों में आग लग जाती है। कभी-कभी लोग बिजली के तारों से चिपक जाते हैं। इन हानियों के होते हुए भी बिजली से लाभ अधिक हैं।
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