ब्लड प्रेशर क्या है? और ब्लड प्रेशर कितने प्रकार का होता है?

ब्लड प्रेशर क्या है (Blood Pressure Kya Hai), परिभाषा (Definition) – रक्त वाहिकाओं में प्रवाहित होने वाले रक्त द्वारा वाहिकाओं की भित्तियों (Vessel Wall) पर लगाये जाने वाले दबाव को रक्तचाप कहते हैं। हाई ब्लड प्रेशर की क्या पहचान है, Diastolic ब्लड प्रेशर क्या है, Systolic ब्लड प्रेशर क्या है in hindi, ब्लड प्रेशर के कितने भाग होते हैं इन सभी के बारे में जानेंगे। रक्त चाप को दो अवस्थाऐं होती हैं-

ब्लड प्रेशर क्या है

ब्लड-प्रेशर-क्या-है
Blood Pressure

Blood Pressure Kya Hai

  1. Systolic Pressure.
  2. Diastolic Pressure.
  1. Systolic Pressure :- रक्त द्वारा रक्त वाहिकाओं के उच्चतम दबाव को Systolic Pressure कहते हैं। 150mm of Hg से अधिक एवं 90mm of Hg से कम Systolic Pressure असामान्य माना जाता है।
  2. Diastolic Pressure :- निम्नतम दबाव है जो हृदय (Heart) की विश्राम अवस्था में होता है। 90mm of Hg से अधिक एवं 70mmof Hg से कम Diastolic असामान्य माना जाता है।

दो प्रकार का होता है ब्लड प्रेशर (रक्तचाप)

  1. उच्च रक्त चाप (Hypertension) :- यह वह स्थिति होती है जिसमें रक्तचाप असामान्य रूप से अधिक होता है।
  2. निम्न रक्तचाप (Hypotension) :- यह वह स्थिति है जिसमें रक्त चाप असामान्य रूप से कम रहता है। सामान्यतः स्वस्थ व्यस्क व्यक्ति का रक्तचाप 120/80 mm of Hg होता है। रक्तचाप को मापने वाले यन्त्र का नाम स्फाइरसीमैनोमीटर (Sphygmomanometer) होता है।

ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) को परिवर्तित करने वाले कारक

  • आयु/लिंग (Age/ Sex) :- बच्चों में वयस्क व्यक्तियों की तुलना में रक्त चाप होता है तथा किशोरावस्था में लड़के लड़कियों में रक्तचाप समान रहता है, किशोरावस्था के बाद स्त्रियों का रक्त चाप रजोनिवृति (Menopause) तक समान उम्र के पुरुषों की तुलना में कम रहता है।
  • जलवायु (Climate) :- सामान्य रक्त चाप ठण्डे वातावरण की तुलना में गर्म वातावरण में कम होता है।
  • व्यायाम (Exercise) :- पेशीय व्यायाम करने से रक्त चाप में वृद्धि होती है।
  • भावनात्मक (Emotion) :- डर, उत्तेजना, चिन्ता एवं अन्य भावनात्मक कारणों से रक्त चाप बढ़ जाता है।
  • औषधि (Drugs) :- कुछ Drugs (औषधि) जैसे रेमोप्रिल, इनालाप्रिटल, निफेडपी रक्त चाप को कम करती हैं लेकिन कुछ औषधि जैसे-एड्रीनेलिन रक्त चाप को बढ़ाती हैं।
  • दर्द (Pain) :- बहुत तेज पेशीय दर्द होने से रक्तचाप में वृद्धि हैं।
  • रक्तस्राव (Haemorrhage) :- रक्तस्राव के कारण रक्त वाहिकाओं में रक्त की कमी होती है जिसके कारण रक्त चाप कम हो जाता है।
  • बढ़ा हुआ अन्तः करोटि दबाव (Increased Intracranial Pressure)- फोट (Cramial) में बढ़ा हुआ दबाव रक्तचाप में वृद्धि करता है, जैसे सिर की चोट (Head Injury), Intracranial Tumors।
  • रोग अवस्थाएं (Disease Conditions) :- परिसंचरण तन्त्र (Circulatory System) एवं गुटों के रोगों से पीड़ित रोगी में रक्त चाप बढ़ सकता है। हृदय की क्रिया को कम वाले रोगों में रक्त चाप कम होता है।
  • शारीरिक स्थिति (Posture) :- लेटी हुई स्थिति में बैठे या खड़े रहने की तुलना में रक्त चाप कम रहता है।

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अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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