सुकुमालिया का त्याग : राज्य में महामारी फैल गई की कहानी

सुकुमालिया का त्याग

सुकुमालिया का त्याग: बहुत समय पहले भरतखंड में वाराणसी राज्य था। वहां के राजा वासुदेव की मृत्यु के बाद उसके भाई जरा कुमार का पुत्र राजा बना। उसका नाम जितशत्रु था। वह बहुत शांतिप्रिय था। सारे राज्य में शांति थी। बह राजा जितशत्रु के दो पुत्र थे। एक का नाम था शशक और दूसरे का … Read more

बुद्धिमान शिष्य : बुद्धिमान शिष्य की सफलता की कहानी

बुद्धिमान शिष्य

बुद्धिमान शिष्य: बहुत समय पहले की बात है। एक बहुत विद्वान सिद्धपुत्र उज्जैन में रहते थे। उनके ज्ञान की चर्चा दूर-दूर तक फैली हुई थी सब यही मानते थे कि सिद्धपुत्र से जो कोई भी शिक्षा लेता है, उसका जीवन सफल होता है। उनके शिष्य दूर दूर जाकर उनके द्वारा दिए गए ज्ञान का प्रकाश … Read more

अन्याय की पराजय : अत्याचारी राजा की कहानी

अन्याय की पराजय

अन्याय की पराजय: आचार्य कालक शास्त्रों के ज्ञाता थे। जैन धर्म के तत्व को वे मन, वाणी और कर्म से धारण आचार्य कर चुके थे। उनकी बहन सरस्वती भी बहुत बुद्धिमती थी। सरस्वती ने भी प्रव्रज्या ले ली थी। भाई और बहन श्रमण समुदाय के साथ जैन आगमों का अपार ज्ञान यत्र-तत्र बांटते रहते थे। … Read more

होशियार बेटी – व्यपारी की बेटी रत्ना की होशियारी की कहानी

होशियार बेटी

होशियार बेटी: बहुत समय पहले की बात है। किसी नगर में एक व्यपारी रहता था। वह व्यापार करता था और इस प्रकार काफी धन कमा चुका था। उसकी एक बेटी थी, जिसका नाम रत्ना था। वह बड़ी होशियार लड़की थी। कई बार जब वणिक अपने व्यापार की उलझन में फंस जाता था, तो उसकी बेटी … Read more

वीणा का जादू : मीना को भी छोटी उम्र में ही वीणा बजाना सिखा दिया की कहानी

वीणा का जादू

वीणा का जादू: एक थी मौना। मीना अपनी मां के साथ एक गाँव में रहती थी। गांव में कोई रोजगार न होने के कारण उसके पिता घर से बाहर दूर शहर में रहते थे। मीना की मां को संगीत का बड़ा शौक था। उसके पास एक वीणा थी। मीना की मां वीणा बजाने में बहुत … Read more

खजाने में कैद : राजा के वेश में छलिया को मंत्री ने किया खजाने में कैद कहानी

खजाने में कैद

खजाने में कैद: राम नगरी का राजा था रामसिंह। वह बहुत ही वीर एवं प्रजापालक था। एक बार राजा शिकार खेलकर वापस आया, तो रानी को उसका स्वभाव काफी बदला सा लगा। पहले वह महल में आता, तो हंसकर बातें करता। महल के कामों में रुचि लेता। मगर शिकार से आने के बाद बिल्कुल गुमसुम … Read more

बारह साल बाद : भूत भविष्य की बातें बताने वाले युवा महात्मा की कहानी

बारह साल बाद

बारह साल बाद: सहना नदी के किनारे एक छोटा-सा गांव था सोहनपुर। इस गांव से थोड़ी ही दूर किसी बहुत पुराने मंदिर के खंडहर थे। वहां कोई जाकर पूजा-पाठ नहीं करता था। उस मंदिर के पास वृक्षों का झुरमुट था। गांव के बच्चे वहां खेलने जाया करते थे। बारह साल बाद गांव में गंगू नाम … Read more

सनकी राजा : बुद्धिमान वीर और सनकी राजा की कहानी

सनकी राजा

सनकी राजा: सोनपुर में राजा विचित्रसिंह राज्य करता था। विचित्रसिंह बहुत ही बुद्धिमान और वीर था, परंतु कुछ सनकी भी था। सोनपुर राज्य की पूर्वी सीमा पर ऊंची-ऊंची पहाड़ियां थीं। एक बार की बात है पहाड़ियों की खुदाई करते समय कुछ सोने की खानों का पता चला तो वह बहुत खुश हुआ। उसने मंत्रियों को … Read more

पुराना किला – खोये हुए राजा की तलाश में निकली सेना की कहानी

पुराना किला

पुराना किला: कृष्ण नगर का राजा था हंसदेव बड़ा ही हंसमुख और प्रजा का दुलारा। एक बार वह अकेला जंगल में शिकार खेलने गया। शाम तक नहीं लौटा, तो राजघराने में चिंता हो गई। सेनापति सैनिकों को ले राजा को खोजने निकला। सारा जंगल छान मारा। मगर राजा हंसदेव का कुछ पता न चल सका। … Read more

पानी पिलाओ – शिकार खेलने गए प्यासे राजा की कहानी

पानी पिलाओ

पानी पिलाओ: एक था राजा। उसे शिकार खेलने का बहुत ही शौक था। वह अक्सर दूर-दूर जंगलों में शिकार खेलने जाया करता था। एक दिन वह शिकार खेलते-खेलते जंगल में निकल गया। गर्मी का मौसम था। उसे जोरों की प्यास लग आई थी। काफी भटकने के बाद उसे साफ पानी का एक तालाब नजर आया। … Read more