आज के समय में कंप्यूटर या लैपटॉप हैंग होना एक आम बात हो गई है। कंप्यूटर या लैपटॉप हैंग होने के कारण हमारे सामने कई समस्या आ जाती है। कंप्यूटर आज के समय में हमारे जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है। बड़े से बड़े और छोटे से छोटे काम आज के समय में हमें कंप्यूटर पर करना पड़ते हैं और यदि हमारा कंप्यूटर (Computer Hang Hone Ke Karan) सही से नहीं चले या हैंग करे तो हमें इन काम को करने में बहुत समस्या होती है। कंप्यूटर हैंग होने की वजह से हमारा काम आसानी से नहीं हो पता।
कंप्यूटर हैंग होने के कारण (Computer Hang Hone Ke Karan)

कंप्यूटर या लैपटॉप हैंग होने के कारण
आज के समय में ऑफिसों और स्कूलों में कंप्यूटर का बहुत ज्यादा यूज होने लगा है। ऑफिसों में यदि कंप्यूटर हैंग होता है तो सारे काम पेंडिंग हो जाते हैं और आजकल कोरोना वायरस की वजह से स्कूलों की क्लास ऑनलाइन हो रही है।
ऐसे में यदि आपका कंप्यूटर या लैपटॉप हैंग होता है तो आप ऑनलाइन क्लास सही से नहीं कर पाते हैं। कंप्यूटर या लैपटॉप हैंग होने के कई कारण होते हैं इन सभी कारणों को आज हम जानेंगे की किन वजहों से हमारा कंप्यूटर और लैपटॉप हैंग होता है। कंप्यूटर या लैपटॉप हैंग होने के कारण
Temporary फाइल और रीसाइकिल बिन में ज्यादा डाटा इकट्ठा रखना
लंबे समय से लैपटॉप या कंप्यूटर का प्रयोग करने से उसमें टेंपरेरी फाइल बन जाती है और जो भी फाइल हम डिलीट करते हैं वह हमारे रीसाइकिल बिन में जाकर इकट्ठा होने लगती है। यह हमारे कंप्यूटर की मेमोरी का बहुत प्रयोग करते हैं जिस वजह से हमारा कंप्यूटर हैंग होने लगता है। हमें समय-समय पर या रोज हमें हमारी टेंपरेरी फाइल्स डिलीट करनी चाहिए और रीसाइकिल बिन को भी डिलीट कर देना चाहिए।
RAM का कम होना
हमारे कंप्यूटर या लैपटॉप में अगर रेम 2GB की है तब हमें हमारे कंप्यूटर में प्रोसेस करने पर हमारा कंप्यूटर हैंग होने लगेगा। हमारे कंप्यूटर में कम से कम 4 जीबी की रैम होना चाहिए क्योंकि आज किस समय में हमारे कंप्यूटर में कई सारे सॉफ्टवेयर डले होते हैं।
इन सॉफ्टवेयर्स को चलाने के लिए हमें रैम की जरूरत पड़ती है जितनी अधिक राइम होगी हमारा कंप्यूटर उतना ही अच्छी तरीके से चलेगा। रैम कम होने पर हम अगर अपने कंप्यूटर में ज्यादा प्रोसेस कर देते हैं तो हमारा कंप्यूटर हैंग होने लगता है।
इसलिए यदि आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप पर ज्यादा काम करते हैं तो आपको अपने जरूरत के हिसाब से RAM रखना चाहिए। जिससे आपको अपने कंप्यूटर में प्रोसेस करने पर यह प्रॉब्लम झेलनी ना पड़े।
64 Bits की विंडो यूज करें
आज के समय में हमारे कंप्यूटर्स हम बहुत सारे सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर लेते है। यदि आपकी विंडो 32-bit की होगी तो इन सारे सॉफ्टवेयर को चलाने में आपकी विंडो हैंग हो सकती है। इसलिए हमें हमेशा 64-bit की विंडो का यूज करना चाहिए।
हीटिंग इश्यू
हमारे कंप्यूटर या लैपटॉप लगातार चलने से हमारा प्रोसेसर हिट होने लगता है हमारी कुछ गलतियों की वजह से जैसे कि हम अपने लैपटॉप को तकिए पर रखकर या बेड पर रखकर यूज करते हैं। जिससे कि हमारे लैपटॉप के फैन का एरिया दब जाता है और उससे निकलने वाले गर्मी बाहर नहीं निकल पाती जिस वजह से हमारा लैपटॉप हिट हो जाता है हिट होने की वजह से हमारा लैपटॉप हैंग होने लगता है।
कभी-कभी हम अपने कंप्यूटर को ऐसी जगह रख देते हैं कि उसकी हीटिंग बाहर ना निकल पाए हमें इन सब चीजों का ध्यान रखना चाहिए कि हमारे फैन से जो हेट निकल रही है वह प्रॉपर तरीके से निकल सके।
3 साल से ज्यादा पुरानी हार्ड डिस्क का यूज करना
यदि आप लंबे समय से अपना लैपटॉप या कंप्यूटर चला रहे हैं और उसकी हार्ड डिक्स 3 साल से ज्यादा पुरानी हो चुकी है तब आपको अपने कंप्यूटर में हैंग की प्रॉब्लम हो सकती है यदि आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में विंडो को कई बार इंस्टॉल करते हैं।
तब भी आपकी हार्ड डिक्स की परफॉर्मेंस लो हो जाती है ज्यादा बार फॉर्मेट होने की वजह से हार्ड डिक्स स्लो काम करने लगती है और आपको हैंग की प्रॉब्लम होना शुरू हो जाती है। जब हमारी हार्ड डिक्स पुरानी हो जाती है और हैंग करने लगती है।
तो इसको पता करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप अपने टास्क मैनेजर को ओपन करें और उसमें प्रोसेस में जाकर आप उसके हार्ड डिक्स की परफॉर्मेंस देखिए यदि वहां पर हंड्रेड 100% यूज हो रही है तो इसका मतलब यह है कि आपकी हार्ड डिक्स अब स्लो काम कर रही है
हार्ड डिस्क स्टोरेज फुल होना
हम हमारे कंप्यूटर या लैपटॉप में हार्ड डिक्स के कई पार्टीशन बना देते हैं और हम इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं कि हमारे पार्टीशन में कोई एक पार्टीशन फुल हो गयी हो या फुल होने वाली हो इस वजह से हमारा कंप्यूटर या लैपटॉप हैंग होने लगता है।
और कभी-कभी तो हम पार्टीशन बनाने के चक्कर में हम अपनी C ड्राइवर जिसमें हम विंडो इंस्टॉल करते हैं। पार्टीशन को कम स्पेस देते हैं और हमारी विंडो अपडेट होते होते या फिर हमारे द्वारा डाउनलोड की गई फाइलों की वजह से यह स्पेस जल्दी भर जाता है।
ड्राई फुल हो जाने की वजह से हमारा सिस्टम हैंग होने लगता है कम से कम 20% स्पेस होना चाहिए हमारे हार्ड डिस्क में अगर उससे कम स्पेस बचता है तो आपका सिस्टम हैंग होने शुरू कर देगा।
कम से कम एक बार सिस्टम रीस्टार्ट करें
कंप्यूटर या लैपटॉप ज्यादा समय तक रीस्टार्ट ना होने की वजह से भी हैंग होना शुरू कर देते हैं। कई लोग तो अपने लैपटॉप को कई दिन तक रीस्टार्ट ही नहीं करते। अपने लैपटॉप को ऑन करते हैं और उसको फ्लैट डाउन कर देते हैं ऐसा कई दिन तक करते रहते हैं परंतु अपने लैपटॉप को रीस्टार्ट नहीं करते। आपको कम से कम दिन में एक बार अपने कंप्यूटर या लैपटॉप को एक बार रीस्टार्ट कर लेना चाहिए।
प्रोसेसर की स्पीड कम होना
कभी-कभी हम पैसे बचाने के चक्कर में कम प्रोसेसर वाले कंप्यूटर या लैपटॉप खरीद लेते हैं। फिर यह कंप्यूटर बाद में हमें हैंग होने की समस्या से परेशान करते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रोसेसर कम होने की वजह से हमारे सॉफ्टवेयर को चलने के लिए जितनी स्पीड चाहिए यह प्रोसेसर उनको नहीं दे पाता। जिस वजह से हमारा कंप्यूटर या लैपटॉप हैंग होने लगता है।
आज के समय में हमें कम से कम 2 गीगा हर्टज का प्रोसेसर यूज़ करना चाहिए क्योंकि आज के समय में सॉफ्टवेयर्स हैवी बनाए जाने लगे हैं उनमें जितनी फैसिलिटी बढ़ाई जा रही है उसकी वजह से वह हैवी होते जा रहे हैं।
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