कम्प्यूटर का महत्व पर निबंध: वर्तमान युग कम्प्यूटर युग है। इसके द्वारा प्रत्येक जटिल कार्य अतिशीघ्रता से सम्पन्न हो जाता है। इसके आविष्कार का श्रेय फ्रांस के एक वैज्ञानिक ब्लेज पास्कल को दिया जा सकता है, जिन्होंने सन् 1642 में एक ऐसा गणना यन्त्र बनाया था जिससे जोड़ने-घटाने का काम आसानी से किया जा सकता था।
कम्प्यूटर का महत्व पर निबंध

सन् 1680 में एक जर्मन वैज्ञानिक विलियम लाइबनिट्ज़ ने ऐसे यन्त्र का आविष्कार किया जिसके माध्यम से जोड़, बाकी, गुणा, भाग और वर्गमूल तक निकाले जा सकते थे। सन् 1801 में इसी गणना यन्त्र के आधार पर फ्रांसीसी वैज्ञानिक जोजेफ एम. जाक बार्ड ने वस्त्र बुनने का करघा यंत्र बनाया।
एक अमेरिकन वैज्ञानिक डॉ. हरमन हालरीक ने एक नई गणना पद्धति का विकास किया। यह पद्धति कार्डों में छिद्र करके गणना पर आधारित थी। इस छिद्रित कार्ड पद्धति कम्प्यूटर को अमेरिका, रूस, जापान, फ्रांस, जर्मनी में मानव मस्तिष्क का स्थान मिल चुका है। भारत में भी कम्प्यूटर का तीव्रता से विकास हो रहा है। इसके माध्यम से सभी क्षेत्रों में प्रगति की जा रही है।
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कम्प्यूटर का स्वरूप आज से चार दशक पूर्व कम्प्यूटर का स्वरूप अत्यन्त साधारण एवं सामान्य था। आज कम्प्यूटर पहले कम्प्यूटरों से सहस्र गुना शक्तिशाली एवं सक्षम है। इसमें स्मृति और चेतन दोनों ही क्रियाएँ हैं।
उपयोग की दृष्टि से कम्प्यूटर दो प्रकार के होते हैं-एक तो वे जिनका अन्तरिक्ष कार्यक्रम, मौसम विज्ञान, युद्ध प्रणाली, परमाणु बिजलीघरों का संचालन, प्रयोगशाला, अनुसन्धान, चिकित्सा आदि कार्यों में प्रयोग किया जाता है। दूसरे, वे जिनका प्रयोग बैंकों, विश्वविद्यालयों, डिपार्टमेंटल स्टोर, रेलवे एवं वायुयान के आरक्षण के लिए किया जता है।
इसके अतिरिक्त छपाई वाले कम्प्यूटर भी होते हैं। इनके माध्यम से ग्राफ, चित्र, समाचार पत्र-पत्रिकाएँ और पुस्तकों की छपाई का कार्य भी किया जता है। इनके द्वारा मुद्रित पुस्तकें आकर्षक होती हैं। इनके द्वारा खेले जाने वाले वीडियो गेम्स, कम्प्यूटरी शतंरज आज बच्चों से लेकर बूढ़ों का मन मोह रहे हैं।
कम्प्यूटर का उपयोग
आज के युग में रोगों का पता लगाने और उनके उपचार के लिए कम्प्यूटर से चलने वाला ‘टोमोग्राफ’ महत्वपूर्ण यन्त्र है। उपभोक्ता वस्तुओं के डिजायन तैयार करने में भी इनका उपयोग किया जा रहा है। आजकल कपड़ा मिलों में छपाई के डिजायन भी इससे बनने लगे हैं।
खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने और खेल स्पर्द्धाओं का संचालन करने के लिए इनकी बायो-मैकनिक्स विधि का प्रयोग किया जा रहा है। इस प्रक्रिया से एक तो सही खिलाड़ी की पहचान हो जाती है और दूसरे प्रशिक्षण शरीर की विशेषताओं को ध्यान में रखकर दिया जाता है।
मौसम के विषय में बताने और तूफान आदि खराब मौसम की चेतावनी भी कम्प्यूटर के माध्यम से दी जाती है। इस प्रकार का कम्प्यूटर नई दिल्ली में मौसम विभाग के मुख्यालय में लगा है। विमानघाती निर्देशक कम्प्यूटर का उपयोग संचालन, मिसाइल मार्गदर्शन और विमानघाती तोप नियन्त्रण के लिए किया जाता है।
ये शत्रु के विमानों पर तोपों का निशाना साधने और गोले छोड़ने के काम आते हैं। आंकिक कम्प्यूटर का गणित के कार्य में उपयोग किया जाता है।
उपसंहार
आज के युग में कम्प्यूटर प्रगति पर है। अब कम्प्यूटरी मानव भी बनने लगे हैं। ऐसा प्रतीत होने लगा है कि वह दिन दूर नहीं जब कम्प्यूटरी मानव दुकानों और दफ्तरों में काम करता दिखाई देगा। मानव की भौतिक प्रगति में कम्प्यूटर का महत्वपूर्ण योगदान है।