क्या आप जानते है दुनिया की सबसे महंगी चीज क्या है, एंटीमैटर पदार्थ एक ऐसी चीज है जो की दुनिया ने सबसे मेंहंगी चीज है। यह दुनिया की सबसे महंगी वस्तु होने के साथ-साथ यह बहुत ही खतरनाक चीज है जिसकी छोटी सी मात्रा से ही पूरी दुनिया को खत्म किया जा सकता है। दुनिया की सबसे महंगी चीज कौन सी है?
दुनिया की सबसे महंगी चीज क्या है

एंटीमैटर पदार्थ को दुनिया का सबसे महंगी चीज बताया गया है और यह बहुत ही खतरनाक होता है नासा के अनुसार इसकी 1 ग्राम की कीमत अरबों खरबों से भी ज्यादा होती है यह पदार्थ इतना महंगा होने के साथ-साथ यह परमाणु बम से भी ज्यादा खतरनाक होता है एंटीमैटर पदार्थ की 1 ग्राम मात्रा की कीमत 31 लाख 25 हजार करोड़ रुपए लगाई गई है।
बहुत से ऐसे लोग होंगे जो अभी तक हीरे को पृथ्वी की सबसे महंगी वस्तु समझते होंगे लेकिन इसके विपरीत दुनिया में कई ऐसे पदार्थ हैं जो हीरे से कई गुना महंगे हैं और यह वस्तु किसी देश की जीडीपी से भी कई गुना ज्यादा इसकी कीमत हो सकती है।
इस दुनिया में लगभग 85% लोग ऐसे होंगे जिन्होंने इस पदार्थ का नाम सुना तक नहीं होगा और यह अनुमान भी नहीं लगाया होगा कि यह पदार्थ इतना ज्यादा बेशकीमती हो सकता है।
एंटीमैटर है दुनिया की सबसे महंगी वस्तु

एंटी मैटर को इस दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ माना जाता है इसकी 1 ग्राम मात्रा की कीमत 31 लाख 25 हजार करोड़ रुपए मानी गई है और यह कीमत इतनी ज्यादा है कि कई देशों की जीडीपी भी इसके सामने कम पड़ जाएगी।
वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि जब ब्रह्मांड में बिग बैंग हुआ तब मैटर के साथ एंटी मैटर भी बराबर मात्रा में बना लेकिन समय के साथ साथ एंटी मैटर विलुप्त हो गया वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है की धरती पर बदलाव के कारण ऐसा हुआ।
1 ग्राम एंटीमैटर बनाने में कितना खर्च आता है

नासा के अनुसार यह बताया गया है कि 1 ग्राम एंटीमैटर बनाने में बहुत ज्यादा खर्च आता है इसकी 1 मिलीग्राम मात्रा बनाने में 160 करोड रुपए का खर्च आता है और इस पदार्थ को दुनिया का सबसे घातक पदार्थ माना जाता है और इसकी सुरक्षा की व्यवस्था भी बहुत खर्चीली होती है इसकी सुरक्षा में बहुत ज्यादा खर्च बहन करना पड़ता है।
एंटीमैटर को कैसे बनाया जाता है
वैज्ञानिकों की मानें तो एंटी मैटर प्रकृति में किसी न किसी रूप में उपस्थित हैं एंटी मैटर सबसे पहले सर्न की प्रयोगशाला में बनाया गया था वैज्ञानिकों ने इसे बनाने में बड़ी कामयाबी हासिल की थी गॉड पार्टिकल को इसी लैब में ढूंढा गया ऐसी बात सामने आई थी इस पार्टिकल को बनाने में जो ऊर्जा खर्च होती है उस ऊर्जा से प्राप्त एंटी मैटर उस ऊर्जा का एक अरबवां हिस्सा होता है।
यह भी पढ़े –