गर्भावस्था के दौरान कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए? गर्भावस्था में रहें सावधान।

गर्भावस्था के दौरान कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए, गर्भ धारण करना नारी के जीवन की एक सर्वाधिक सुखद घटना है। एक शिशु शायद प्रकृति की सबसे सुंदर रचना है। इस स्थिति में गर्भवती महिलाएं बड़ी उत्सुकता से सोचती हैं की क्या मेरा होने वाला बच्चा स्वस्थ होगा?

गर्भावस्था के दौरान कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए

गर्भावस्था के दौरान कौन-कौन सी साबधानियॉ बरतनी चाहिए

यदि गर्भवती महिलाएं कुछ सजगता बरतें, तो वे गर्भावस्था के 9 महीनों की अवधि में अनेक शिकायतों से दूर रहकर स्वस्थ रह सकती हैं। पेश हैं इस संदर्भ में कुछ सुझाव:

यह भी पढ़े – भिंडी खाने के बाद भूलकर भी न खाएं ये 2 चीजें वरना खराब हो सकता है स्वस्थ?

पहली तिमाही

गर्भ धारण करने की पहली तिमाही में आपका शिशु छोटी-सी एक कोशिका से भ्रूण में तब्दील हो जाता है। पहले माह में शिशु का मस्तिष्क, आँखें भीतरी कान, मुँह, पायन प्रणाली, बाँहें और पैरों का विकसित होना शुरू हो जाता है। पाँचवें से सातवें हफ्ते के मध्य शिशु के हृदय की धड़कन अल्ट्रासाउंड से जानी जा सकती है। प्रथम तिमाही से संबंधित कुछ सुझाव:

  • प्रथम तिमाही की इस अवधि में भरपूर नींद लें।
  • थोड़ा-थोड़ा करके बार-बार खायें। हरी सब्जियों, फलों व दूध का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें।
  • कमर झुकाकर काम न करें।
  • तेज मसालेदार व चिकनाईयुक्त आहार और चाय, काफी आदि से दूर रहें।

द्वितीय तिमाही

इस अवधि के दौरान शिशु (गर्भावस्था के दौरान कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए) के नाखून, स्वर यंत्र, भौहें और रोएं आदि विकसित हो चुके होते हैं। शिशु के सिर पर केश, मसूढ़े आदि भी विकसित हो चुके होते हैं। द्वितीय तिमाही के संदर्भ में कुछ आवश्यक सुझाव।

  • आहार में आयरन व केल्शियम की मात्रा बढ़ाएं।
  • स्तन व योनिमार्ग को खासतौर पर स्वच्छ रखें
  • उँची एड़ी की चप्पल न पहनें
  • स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ से कम से कम दो-तीन बार वजन, रक्तचाप व रक्त परीक्षण अवश्य करवाएं।

तृतीय तिमाही

इस अवधि में शिशु आपकी आवाज व दिल की धड़कन पहचानने लगता है। वह आँख खोल सकता है। उसके हाथ-पैरों की हरकतें बढ़ने लगती हैं। तृतीय तिमाही के दौरान इन सुझावों पर अमल करें:

  • करवट लेकर, पैरों को एक दूसरे पर रखकर सोएं।
  • भरपूर आराम करें।
  • शिशु के पेट में न घूमने और रह-रह कर दर्द होने की स्थिति में शीघ्र ही स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।

यह भी पढ़े – यू टी आई संक्रमण क्या है? यू टी आई के लक्षण क्या होते है?

अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Leave a Comment