Telegram Group (100K+) Join Now

कब्ज के लक्षण एवं उपचार? कब्ज किस कारण से होता है?

अनियमित रूप से मल त्याग होना तथा कठोर मल का मुश्किल से बाहर निकलना कब्ज कहलाता है। कब्ज के लक्षण एवं उपचार (Kabj Ke Lakshan Aur Upchar), इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में कब्ज की समस्या बहुत बढ़ती जा रही है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अपने व्यस्त जीवन में आप अपने खान-पान का सही तरीके से ध्यान नहीं रख पाते हैं ना ही आप सही समय पर खाना खाते हैं और खाने में प्रयोग की गई चीजें सही नहीं होती। कब्ज क्या होता है। कब्ज के घरेलू उपाय। कब्ज में क्या खाये।

कब्ज के लक्षण एवं उपचार

कब्ज-के-लक्षण-एवं-उपचार
Kabj Ke Lakshan Aur Upchar

आज के समय में बहुत से ऐसे लोग हैं जो कब्ज की समस्या का सामना करते हैं कब्ज की समस्या होने पर बहुत सारी प्रॉब्लम आती हैं जैसे कि सिरदर्द होना खाने में रुचि ना होना और सबसे बड़ी समस्या पेट का फूलना बना रहता हैं। कब्ज की समस्या एक-दो दिन में नहीं होती यह लंबे समय से अनियमित भोजन करने से होती है।

कब्ज के लक्षण (Constipation Symptoms)

  1. सिरदर्द (Headache)
  2. खाने में रुची न होना (Anorexia)
  3. पेट फूलना (Abdominal Distension)
  4. सुस्ती (Lethargy)
  5. जीभ पर सफेद परत (Coated Tongue)
  6. उल्टी (Vomiting)

यह भी पढ़े – Fever Kise Kahate Hain? और बुखार कितने प्रकार के होते?

कब्ज के कारण

  1. आँतों में रूकावट होने से।
  2. कार्बनिक पदार्थ का उपयोग करने से जैसे कार्सीनोमा, डाइवर्टीकुलम आदि।
  3. अपर्याप्त मात्रा में द्रव लेने से।
  4. अपर्याप्त अनियमित प्रतिबन्धित आहार लेने से
  5. सही समय पर भोजन करने की आदत न होना।
  6. लम्बे समय तक विश्राम अवस्था में रहना।
  7. व्यायाम की कमी।
  8. मानसिक चिन्ता।
  9. भावनात्मक व्यवधान।
  10. भय।
  11. मल त्याग की असामान्य स्थिति।
  12. कुछ औषधियाँ लेने से जैसे- Atropin, Opium ग्रुप
  13. अत्यधिक चाय, काफी के उपयोग से
  14. एकान्त की कमी तथा स्थान परिवर्तन।
  15. आँतों की कोई शल्य क्रिया।
  16. कोई शारीरिक विकार जैसे-कैन्सर, हृदय रोग, तीव्र संक्रमण रोग
  17. गुदा नाल में कोई विकार
  18. उदरीय दीवार का लटकना।
  19. आँतों में अवशोषण कम होने से।
  20. मलाशय की कोई शल्यक्रिया।

यह भी पढ़े – चौलाई के फायदे जानकर आप रेह जायेंगे हैरान और रोज खाएंगे लाल साग

कब्ज के उपचार

  1. पर्याप्त मात्रा में आहार ग्रहण करना।
  2. पर्याप्त मात्रा में भोजन में रेशेदार पदार्थों को उपयोग में लेना।
  3. नियमित रूप से भोजन करना।
  4. एकान्त प्रदान करना।
  5. व्यायाम करना।
  6. गुदवर्ती, एनीमा से बचाव करना।
  7. रोगी को बैठी हुई स्थित में रखना
  8. चिन्ता, भय, क्रोध को दूर करना चाहिये।
  9. कब्ज से बचाव के लिये रोगी को स्वास्थ्य शिक्षा देनी चाहिये।
  10. पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ ग्रहण करना।

यह भी पढ़े – डिप्रेशन से बाहर निकलने का उपाय? डिप्रेशन से बाहर कैसे निकले?

अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Subscribe with Google News:

Telegram Group (100K+) Join Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *