सेंट्रल बोर्ड ने केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश के नये नियम 2023 बनाए हैं। केंद्रीय विद्यालय में अब सांसद निधि कोटि को समाप्त कर दिया गया है अब सांसदों की सिफारिश पर केंद्रीय विद्यालय (KVS) में दाखिला नहीं मिलेगा। केंद्रीय विद्यालय कमेटी बोर्ड ने (Kendriya Vidyalaya Admission 2023 Ke Naye Niyam Kya Hai) स्कूल में एडमिशन के लिए सांसदों का कोटा पूरी तरह खत्म कर दिया है और इसके साथ बड़े बदलाव करते हुए जिला अधिकारी की सिफारिश पर उन बच्चों को जो कोविड-19 अनाथ हो गए है उनको केंद्रीय विद्यालय में सीधे एडमिशन मिल जाएगा।
केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश के नये नियम 2023

केंद्रीय विद्यालय के नए नियम क्या है 2023
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने केंद्रीय विद्यालय (KVS) में प्रवेश के लिए अपने कुछ नियमों में बदलाव किए हैं। जिनके माता पिता दोनों ही कोरोनावायरस की वजह से मर चुके हैं ऐसे बच्चों को जिला अधिकारी के सिफारिश से केंद्रीय विद्यालय में सीधा दाखिला मिल जाएगा। केंद्र विद्यालय में जिला अधिकारी हर वर्ष अधिकतम 10 बच्चों का दाखिला करा सकता है परंतु एक कक्षा में केवल दो ही बच्चों का सिफारिश के जरिए दाखिला हो सकता है।
दूसरी ओर भारतीय थल सेना, वायु सेना, नौसेना और कोस्ट गार्ड के प्रत्येक शिक्षा निदेशक ऐसे बच्चों को जो अनाथ हो चुके हैं हर वर्ष केंद्रीय विद्यालय में 6-6 बच्चों को सिफारिश पर दाखिला मिल जाएगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इन लोगों को केंद्रीय विद्यालय में बच्चों के एडमिशन के लिए उनके हाथ में पावर दे दी है।
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केंद्रीय विद्यालय कर्मचारियों कि बच्चों को भी मिल सकेगा दाखिला
बोर्ड ने केंद्रीय विद्यालय में काम कर रहे हैं कर्मचारियों के बच्चों के एडमिशन के लिए भी नियम बना दिए हैं इसमें कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के बच्चों के लिए कोई भी एंट्रेंस टेस्ट नहीं होगा इन कक्षा में प्रवेश लेने के लिए उन्हें सीधे एंट्री मिल जाएगी और यदि बच्चा 9वीं क्लास में एडमिशन लेता है तो बच्चे को एडमिशन लेने के लिए एडमिशन टेस्ट देना अनिवार्य होगा इसके बाद ही उसको स्कूल में दाखिला मिल सकेगा।
बोर्ड ने दूसरी तरफ यह नियम भी बनाया है कि यदि केंद्रीय विद्यालय में कार्यरत कर्मचारी की नौकरी के दौरान मृत्यु हो जाती है तो ऐसे में उनके बच्चों को केंद्रीय विद्यालय में सीधे एडमिशन दे दिया जाएगा।
वीरता पुरस्कार सैनिकों कि बच्चों को मिलेगी सीधे एंट्री
1. भारतीय सैनिक
भारतीय सेना में काम करने वाले सैनिकों को भारतीय सेना में कोई भी वीरता का पुरस्कार यदि मिलता है तो ऐसे सैनिकों के बच्चों को केंद्रीय विद्यालय में सीधे एडमिशन दे दिया जाएगा और इसके लिए उन्हें कोई भी एंट्रेंस टेस्ट नहीं देना होगा। पुरस्कार की सूची आपको नीचे दी गई है-
S.No | वीरता पुरस्कार |
---|---|
1. | परमवीर चक्र |
2. | महावीर चक्र |
3. | वीर चक्र |
4. | अशोक चक्र |
5. | कीर्ति चक्र |
6. | शौर्य चक्र |
7. | सेना मेडल |
8. | नौसेना मेडल |
9. | वायुसेना मेडल |
2. पुलिस कर्मचारियों के लिए
ऐसे पुलिस कर्मचारी चाहे वह केंद्र केंद्र में आते हैं या फिर स्टेट के अंदर में आते हो उनको यदि राष्ट्रपति पुलिस मेडल या फिर कोई भी पुलिस मेडल मिला हो तो ऐसे पुलिस कर्मचारियों के बच्चों को केंद्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन दे दिया जाएगा।
3. पुरस्कार पाने वाले बच्चों के लिए
ऐसे बच्चे जो स्कूल ई गेम्स या फिर फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित होने वाले खेलों में भाग लिए हो या फिर सीबीएससी या राष्ट्र खेल या फिर राज्य खेलों में ऐसे बच्चे जिन्होंने पहला स्थान, दूसरा स्थान या फिर तीसरा स्थान प्राप्त किया हो तो ऐसे बच्चों को केंद्रीय विद्यालय में सीधे प्रवेश मिल जाएगा।
4. स्काउट गाइड पुरस्कार पाने वालों के लिए
जिन बच्चों ने स्काउट एंड गाइड्स की श्रेणी में कोई भी राष्ट्रपति पुरस्कार मिला हो या फिर राष्ट्रीय सहायता पुरस्कार, बाल श्री पुरस्कार पुरस्कार मिला हो तो ऐसे बच्चों को केंद्रीय विद्यालय में सीधे दाखिला दे दिया जाएगा उसके लिए उन्हें कोई भी एंट्रेंस टेस्ट नहीं देना पड़ेगा।
ऐसे बच्चे जो आर्ट में रुचि रखते हैं और उन्होंने अपनी प्रतिभा राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर कोई भी पुरस्कार प्राप्त किया हो तो ऐसे बच्चों को बिना एंट्रेंस टेस्ट के सीधे दाखिला मिल जाएगा।
विदेश मंत्रालय और खुफिया एजेंसी को भी मिलेगा इसका फायदा
बोर्ड ने केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन के नियमों में बदलाव करते हुए विदेश मंत्रालय और खुफिया एजेंसियों में काम करने वाले कर्मचारियों कि बच्चों के दाखिले के लिए सीधे एंट्री खोल दी है इन विभाग में काम करने वाले व्यक्तियों के बच्चों को अधिकतम 60 बच्चों का दाखिला हो सकता है। हॉस्टल में केवल 15 बच्चों की एंट्री ही हो पाएगी। स्कूटी का उन बच्चों को लाभ मिलेगा जिनके अभिभावक विदेश मंत्रालय में काम करते हैं और उनकी पोस्टिंग विदेश में हो या फिर इसी साल या 1 साल पहले ही देश में वापस लौटे हैं ऐसे कर्मचारियों के बच्चों को सीधी एंट्री मिलेगी।
खुफिया एजेंसी में काम करने वाले कर्मचारियों के बच्चों को केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन की अधिकतम सीमा 15 बच्चे रखी गई है ऐसे कर्मचारियों को हर साल 15 बच्चे एडमिशन कराने की लिमिट रखी गई है। जो कर्मचारी दिल्ली में काम करते हैं केंद्रीय विद्यालय में 5 बच्चों की सीट और दिल्ली से बाहर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए 10 सीटें निर्धारित की गई हैं।
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