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HIV/AIDS एवं STI पर राष्ट्रीय रणनीतिक योजना, 2017-24

HIV/AIDS एवं STI पर राष्ट्रीय रणनीतिक योजना, 2017-24:- 1 दिसंबर, 2017 को विश्व एड्स दिवस के अवसर पर तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने ‘HIV/AIDS और ‘सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन’ (STI) पर ‘राष्ट्रीय रणनीतिक योजना, 2017-24’ को जारी किया। इस रणनीति का विजन (Vision) एचआईवी रोकथाम एवं उपचार के सार्वभौमिक आच्छादन के माध्यम से ‘एड्स मुक्त भारत हेतु मार्ग प्रशस्त करना’ (Paving the way for an AIDS free India) है।

HIV/AIDS एवं STI पर राष्ट्रीय रणनीतिक योजना, 2017-24

HIV/AIDS एवं STI पर राष्ट्रीय रणनीतिक योजना

योजना का उद्देश्य

कार्यनीति का उद्देश्य तीन शून्यों (Three Zeros) यथा- शून्य नए संक्रमण, शून्य एड्स संबंधित मौतें और शून्य भेदभाव को प्राप्त करना है।

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योजना का लक्ष्य

इस रणनीतिक योजना के लक्ष्यों को दो अवधियों वर्ष 2020 तथा वर्ष 2024 तक प्राप्त करना है-

  1. वर्ष 2020 तक नए HIV संक्रमण में 75% की कमी तथा वर्ष 2024 तक 80% की कमी करना।
  2. वर्ष 2020 तक 90-90-90 के अनुपात को प्राप्त करना अर्थात देश में जो लोग HIV संक्रमित हैं, उनमें से 90% को अपनी स्थिति की जानकारी होना, जो अपनी स्थिति को जानते हैं, में से 90% को इलाज उपलब्ध कराना तथा इलाज पाने वालों में 90% को लाभ महसूस होना। वर्ष 2024 तक इस लक्ष्य को 95-95-95 के अनुपात में प्राप्त करना है।
  3. वर्ष 2020 तक माता से बच्चे के HIV संक्रमण का उन्मूलन करना।
  4. वर्ष 2020 तक कलंक एवं भेदभाव का उन्मूलन।

प्रस्तावित व्यय वित्तीयन

  • योजना के 7 वर्षीय (वर्ष 2017 से 2024 तक) कार्यान्वयन हेतु 33088.19 करोड़ रुपये के व्यय का प्रस्ताव है।
  • प्रस्तावित व्यय आवश्यकता का लगभग 58% रोकथाम के लिए है, जबकि एक-तिहाई (32%) देखभाल, समर्थन एवं उपचार के लिए है।
  • शेष 10% प्रबंधकीय कार्यों हेतु व्यय किया जाएगा।

विश्लेषण

भारत में HIV/AIDS की स्थिति गंभीर है। वर्ष 2019 में 23.48 लाख लोग ‘HIV से संक्रमित थे। यद्यपि विगत 15 वर्षों में भारत में अनुमानित नए एचआईवी संक्रमण, प्रसार एवं एड्स-संबंधित कारकों से होने वाली मौतों में लगातार गिरावट आई है, फिर भी सतत विकास लक्ष्यों के तहत वर्ष 2030 तक ‘सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे के रूप में एड्स महामारी की समाप्ति हेतु व्यापक एवं टिकाऊ प्रगति की आवश्यकता है। इसी संदर्भ में HIV/AIDS एवं STI पर सात वर्षीय राष्ट्रीय रणनीतिक योजना से आशा की एक किरण जगी है।

प्रोजेक्ट सनराइज

  • 6 फरवरी, 2016 को तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे. पी. नड्डा द्वारा पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में एचआईवी के नियंत्रण हेतु ‘प्रोजेक्ट सनराइज’ का शुभारंभ किया गया।
  • यह परियोजना वर्ष 2015-2020 के मध्य 5 वर्षों तक पूर्वोत्तर के 8 राज्यों के 20 जिलों में क्रियान्वित की जा रही है।
  • राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको), सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल, एफएचआई 360 और कई गैर-सरकारी संगठन प्रोजेक्ट सनराइज में सहयोगी हैं।
  • यह परियोजना नाको, स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा एचआईवी नियंत्रण हेतु वर्तमान में जारी प्रयासों की पूरक है।
  • प्रोजेक्ट सनराइज को वित्तीय एवं तकनीकी सहायता अमेरिका स्थित ‘सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल’ (CDC) द्वारा प्रदान की जा रही है।
  • इसका क्रियान्वयन ‘फेमिली हेल्थ इंटरनेशनल 360 (FIH 360) द्वारा किया जा रहा है।

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