गर्भावस्था के दौरान रहें मधुमेह से सावधान? मधुमेह के कई दुष्प्रभाव है?

गर्भावस्था के दौरान रहें मधुमेह से सावधान:- प्रायः ऐसा देखने में आया है कि पहले से मधुमेह न होने के बावजूद कुछ महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान यह रोग हो जाता है। गर्भावस्था के दौरान इस रोग की उपेक्षा के परिणाम घातक हो सकते हैं।

गर्भावस्था के दौरान रहें मधुमेह से सावधान

गर्भावस्था के दौरान रहें मधुमेह से सावधान

इन्हें हो सकता है यह रोग

  • वे महिलाएं जिनके परिवार में मधुमेह का इतिहास है।
  • ऐसी महिलाएं जिनका वजन लंबाई के अनुपात में बहुत ज्यादा है।
  • पहली गर्भावस्था के दौरान मधुमेह की शिकायत शुरू हुई हो ।
  • जिन्हें कई बार गर्भपात हो चुका हो।
  • जिन्हें मृत बच्चा पैदा हुआ हो या फिर जिन्हें 4 किलो से अधिक वजन का बच्चा पैदा हुआ हो।

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मधुमेह के दुष्प्रभाव

  • मधुमेहाग्रस्त महिला को सामान्यतः आपरेशन से बच्चा होने की संभावना ज्यादा होती है।
  • मधुमेह के साथ यदि उच्च रक्तचाप की भी शिकायत हो, तो गर्भपात होने का खतरा 50 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।
  • ऐसी माँ के बच्चों में मस्तिष्क व हृदय संबंधी शिकायत होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं।

ध्यान रखने योग्य बाते

जिन महिलाओं को पहले से ही मधुमेह है, उन्हें अपने डाक्टर से परामर्श लेकर ही गर्भधारण करने की योजना बनानी चाहिए, क्योंकि मधुमेह की दवायें बच्चे पर बुरा प्रभाव डालती हैं। इस स्थिति में दवा के स्थान पर इंसुलिन ही एकमात्र विकल्प है। तीन माह पूर्व से जब किसी महिला की शुगर नियंत्रित हो, तभी उसे गर्भधारण का प्रयास करना चाहिए।

सजगता

  • नियमित चेकअप करायें। आहार नियंत्रण के द्वारा शुगर को नियंत्रित करें।
  • सामान्यतः गर्भावस्था के दौरान महिला का वजन 10 से 12 किलो तक बढ़ता है। मधुमेह के बावजूद इतना ही वजन बढ़ना चाहिए।
  • सुबह नियमित तौर पर टहलें। आठवें माह तक अपने घर का काम करें और यदि ऑफिस जाती हों, तो जायें।

अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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