सागर जागलान ने विश्व कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल जीतकर भारत का नाम किये रौशन।

सागर जागलान: ने विश्व कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप मैं अमेरिका के पहलवान को सीधे 4-0 से हराकर जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप के चैंपियन बनकर भारत का नाम ऊंचा किया। विदेशी धरती पर सागर जागलान द्वारा जूनियर कुश्ती विश्व चैंपियन बनकर इतिहास रचा। जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप में भारत को पहली बार गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ है। सागर जागलान का जीवन परिचय

सागर जागलान

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उन्होंने अमेरिका के पहलवान को सीधे राउंड में 4-0 से हराकर इस चैंपियनशिप को अपने नाम किया और उन्होंने इतिहास भी रचा। 18 जुलाई को विश्व जूनियर चैंपियनशिप हंगरी में शुरू हो चुकी थी।

अमेरिका के पहलवान को हराकर यह सफलता हासिल करनी थी। सागर को सेमी फाइनल में पहुंचने के लिए तीन पहलवानों को हराना था तभी वे सेमीफाइनल में प्रवेश कर पाएंगे उन्होंने बड़ी आसानी से सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।

जॉर्जिया के पहलवान से सेमी फाइनल में उनकी भिड़ंत हुई थी। सेमीफाइनल मैच में जॉर्जिया के पहलवान को आखिरी समय 5 सेकंड में हराकर उन्होंने फाइनल में अपनी जगह बनाई।

जब सागर जागलान ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीता वैसे ही उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई उनके परिवार में 90 साल की दादी और दादा ने सागर को गोल्ड मेडल जीतने के लिए शुभकामनाएं दी।

उनके दादा रणबीर ने सागर के गोल्ड मेडल जीतने की खुशी में उनको आशीर्वाद दिया। सागर जागलान के पिता मुकेश ने यह बताया कि 19 तारीख को सेमी फाइनल जीतने के बाद हमारे परिवार में बहुत खुशी का माहौल बन गया था और 20 तारीख को जब फाइनल मैच में अमेरिका के पहलवान को हराकर चैंपियनशिप जीती तो उनके परिवार में खुशी का माहौल बन गया।

गोल्ड मेडल जीतना एक एथलीट का सपना होता है उनके पिता मुकेश ने बताया कि जब वह फ्रीस्टाइल कुश्ती के वर्ल्ड चैंपियनशिप ट्रॉफी के लिए जा रहे थे तब उनके अंदर पूर्ण आत्मविश्वास था कि वह इस बार गोल्ड मेडल जीतकर अपने देश का नाम रोशन करेंगे।

सागर की मां का नाम कमला है उनकी मां ने बताया की उनके बेटे का एक सपना था कि वह ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीते। गोल्ड मेडल जीतने के बाद पूरे भारत में और उनके परिवार में खुशी का माहौल है और उनके परिवार को पूरे भारत से बधाइयां मिल रहे हैं।

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