स्क्रब टायफस क्या है:- सीडीसी केंद्र (रोग नियंत्रण एवं रोकथाम) के अनुसार स्क्रब टायफस एक ऐसी बीमारी है जो ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी नामक बैक्टीरिया से होती है। इस बीमारी (Scrub Typhus) के कई लक्षण होते हैं जैसे तेज बुखार के साथ ठंड लगना, शरीर में दर्द, सिर में दर्द, मांसपेशियों में दर्द और चकत्ते। स्क्रब टायफस का इलाज व उपचार?
स्क्रब टायफस क्या है

स्क्रब टायफस (Scrub Typhus)
इस बीमारी का पता तुरंत नहीं लग पाता क्योंकि यह सामान्य मॉनसून संक्रमण जैसे ही लोगों को संक्रमित करता है और लगभग चिकनगुनिया और डेंगू के लक्षण जैसा ही नकल कर लेता है। अन्य स्त्रोत के जरिए यह पता चला है।
कि उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र के मथुरा में मिस्ट्री फीवर सामने आया है जिसकी स्क्रब टायफस के रूप में पहचान की गई है। यह बीमारी लगभग दो दर्जन से ज्यादा लोगों को अभी तक अपनी चपेट में ले चुका है।
यह भी पढ़े – टाइफाइड क्या होता है?
स्क्रब टायफस क्या है
रिप्लाई फास्ट एक ऐसी बीमारी है जो ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी नाम के बैक्टीरिया से होती है इस बीमारी को बुश टायफस के नाम से भी जाना जाता है। इस बीमारी के फैलने का कारण –
संक्रमित चिगर्स (लार्वा साइट्स) के काटने के कारण लोगों में फैलता है।
जापान चीन दक्षिण पूर्व एशिया इंडोनेशिया ऑस्ट्रेलिया और भारत के कई ग्रामीण इलाकों में इस बीमारी के मामले देखने को मिले हैं। जिन जगहों पर यह संक्रमण पाया जा रहा है वहां पर यात्रा करना खतरे से खाली नहीं होगा। यह एक घातक बीमारी है जिसका समय रहते उपचार ना किया गया तो जानलेवा भी हो सकता है।
क्या है स्क्रब टायफस के लक्षण
संक्रमित जिगर द्वारा काटे जाने पर लगभग 10 दिनों के अंदर ही इसके लक्षण देखने को मिल जाते हैं। इस बीमारी के लक्षण अन्य आम बीमारी के लक्षण के समान ही होते हैं इसलिए शुरुआती दौर पर इस बीमारी का पता नहीं चल पाता। इसके लक्षण है सिर में दर्द, शरीर में दर्द, बुखार के साथ ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द और चकत्ते।
कैसे करें स्क्रब टायफस की पहचान
विशेषज्ञों के मुताबिक इस बीमारी के लक्षण 10 दिन के अंदर ही देखने को मिलते हैं शरीर के जिस स्थान पर इस कीट ने काटा है वहां की त्वचा का रंग बदलने लगता है और गहरा हो जाता है। इसके साथ ही वहां की त्वचा पर पपड़ी भी पड़ सकती है कई लोगों की त्वचा पर चकत्ते भी आने लगते हैं।
इसके लक्षण है सिर में दर्द, शरीर में दर्द, बुखार के साथ ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द और चकत्ते।यदि इस बीमारी को अन्य बीमारियों के जैसे हल्के में लिया जाए तो यह व्यक्ति को कोमा में भी पहुंचा सकती है।
जब यह बीमारी गंभीर रूप लेने लगती है तो रक्त स्त्राव की दिक्कत भी आने लगती है ।समय पर अगर इलाज ना किया जाए तो यह बीमारी काफी घातक सिद्ध हो सकता है।
कैसे होता है इसका उपाय फेस का इलाज
डॉक्टरों के अनुसार स्क्रब टायफस के लक्षण अन्य कई बीमारियों से मिलते जुलते हैं इसलिए अक्सर डॉक्टर भी भ्रमित हो जाते हैं। बीमारी के लक्षणों के आधार पर डॉक्टर कई प्रकार के जांच करवाते हैं
और जब स्क्रब टायफस का पहचान हो जाए तो शुरुआत में इसे नियंत्रित करने के लिए एंटीबायोटिक की दवाई दी जाती है। यह दवाइयां व्यक्ति की उम्र और शरीर की स्थिति इसके साथ ही बीमारी की गंभीरता के हिसाब से अलग-अलग डोज सुझाई जाती है।
स्क्रब टायफस से कैसे बचें
डॉक्टरों के अनुसार स्क्रब टायफस नामक घातक बीमारी से बचने के लिए किसी प्रकार का टीका उपलब्ध नहीं है। यदि आप इस बीमारी से बचना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको संक्रमित चिगर्स के संपर्क से बचना होगा। यह कीड़े झाड़ और जंगलों में अधिक पाए जाते हैं इसलिए अपने बचाव के लिए इस तरह की जगह पर जाने से बचें।
यदि कहीं भी किसी भी स्थान पर आपको कोई कीड़ा काट भी ले तो तुरंत उसे साफ पानी से धोए और उस पर एंटीबायोटिक दवाई लगाएं। यदि आप बाहर जाते हैं तो ऐसे वस्त्र पहने जिससे आपके हाथ और पैर अच्छे से ढके रहें और सुरक्षित रहें।
नोट:- यह पोस्ट सीडीसी के सुझावों के आधार पर लिखा गया है। इस पेज के जरिए दी गई जानकारी केवल सब की जागरूकता के लिए बताया गया है ज्यादा जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से संपर्क करें।
यह भी पढ़े – Fever Kise Kahate Hain? और बुखार कितने प्रकार के होते?
अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।