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स्वस्थ जीवन के लिए व्यायाम और स्वच्छता क्यों है जरूरी

स्वस्थ जीवन के लिए व्यायाम और स्वच्छता क्यों है जरूरी यह जानना बहुत ही आवश्यक है। आज के समय में मनुष्य को किसी ना किसी प्रकार की बीमारी लगी रहती है यदि आप स्वस्थ बने रहना चाहते हैं तो आपको अपने जीवन में व्यायाम और स्वच्छता दोनों को अपनाना चाहिए व्यायाम करने से शरीर के अंदर की सारी कमियां दूर हो जाती हैं और स्वच्छता से हमारे शरीर को निरोगी बनाया जा सकता है आज के समय में वातावरण बहुत ही दूषित हो चुका है स्वच्छता से ही आप बचाव कर सकते हैं।

स्वस्थ जीवन के लिए व्यायाम और स्वच्छता क्यों है जरूरी

स्वस्थ जीवन के लिए व्यायाम और स्वच्छता क्यों है जरूरी

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व्यायाम

आम व्यक्ति के लिए व्यायाम का अर्थ पहलवानी नहीं। सैर, चहलकदमी, छोटे-मोटे खेल, मालिश, तेज़ चलना, दौड़ना आदि सब व्यायाम ही हैं। जो इनको, या इनमें से किन्हीं एक, दो को अपनाएगा, स्वस्थ रहेगा।

  • व्यायाम इतना ही करें जो हल्की थकान ला दे। थोड़ा पसीना आ जाए। मगर इसे अपनी रुचि से चुनें। मजबूरी से नहीं।
  • घास, वनस्पतियों में जाना, टहलना, सैर करना, हल्का व्यायाम करना हमारी आक्सीजन की आवश्यकता भी पूरी कर देता है। शरीर को आन्तरिक व बाह्य पुष्टि प्राप्त होती है।
  • शाम की सैर भी ज़रूरी है। खुले में घूमना ही सैर है।
  • सप्ताह में एक बार (कम से कम), नहाने से पूर्व मालिश करें। मगर मालिश के तुरन्त बाद नहाना नहीं चाहिए। तौलिया खुरदरा ठीक रहता है।
  • नहाते समय शरीर पर केवल पानी न फेंकें। इसे खूब मलें भी।
  • कोई इनडोर या आऊटडोर गेम का भी शौक पालें।
  • अपने स्वास्थ्य, आयु, शरीर की अवस्था का ध्यान रख व्यायाम चुनें।
  • यदि आप बड़े नगरों में रहते हैं तो किसी भी ऊंची मंज़िल पर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय पैदल चढ़ें, उतरें। यह भी व्यायाम है। भीड़-भाड़ से बचकर पार्क में सैर करने का अवसर निकालें।

स्वच्छता

स्वच्छता भी शरीर के लिए उतनी ही आवश्यक है जितना आहार तथा व्यायाम। स्वस्थ रहने के लिए आहार, व्यायाम तथा स्वच्छता, तीनों एक साथ, एक ही गति से चलनी चाहिए।

  • हमारा शरीर अन्दर तथा बाहर से साफ रहे। व्यायाम से पसीना आदि अन्दर के विष को बाहर लाते हैं। यदि शरीर साफ होगा तो रोमकूप बन्द नहीं होंगे। पसीना निकलता रहेगा।
  • त्वचा को मल-मलकर ठंडे या गर्म पानी से स्नान करें। अपनी आदत, शरीर की अवस्था तथा ऋतु का ध्यान रख पानी चुनें।
  • हाथ, पांव, मुंह, दांत सदा साफ रखें। शाम को काम से घर पहुंचने पर एक बार हाथ-पैर ज़रूर धो लें। आंखों पर भी पानी के छींटे दें।
  • हमारे अण्डर क्लाथ्स तथा अन्य कपड़े भले ही सस्ते हों, मगर पूरी तरह धुले हुए, साफ़ होने चाहिए।
  • जहां रहना हो, आसपास, बिस्तर, खिड़कियां सब धूल व गंदगी से बचे हुए, पूरी तरह साफ रखें। वातावरण शुद्ध रखें।
  • यदि किसी भी कारण से गंदगी बनी रहेगी तो रोग पनपेंगे। बचें। बर्तन, खाद्य पदार्थ, पीने का पानी, तौलिया, पोना, सब खूब साफ हों।
  • पीने के पानी पर विशेष ध्यान दें। दूषित पानी कभी न पीएं।

स्वस्थ एवं निरोग जीवन बिताने के लिए तथा दीर्घ आयु जीने के लिए इन हल्के-फुल्के मगर अति आवश्यक नियमों की कभी अवहेलना न होने दें। सुखी जीवन पाना कोई कठिन न होगा।

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अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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