वसा के कार्य हमारे शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं। हमारे शरीर को क्रियाशील बनाए रखने में वसा एक अहम भूमिका निभाता है। वसा प्राप्त करने के स्रोत बहुत सारे हैं वसा वनस्पतियों से प्राप्त किया जा सकता है और मांस वसा (Vasa Ke Karya) का भरपूर स्रोत माना जाता है। वसा हमारे शरीर को दैनिक कार्य करने के लिए शक्ति प्रदान करता है। हमारे शरीर के लिए वसा ईंधन का काम करता है। मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन 100 ग्राम चिकनाई की आवश्यकता पड़ती है। यहां पर आपको वसा तथा शरीर के लिए उसकी उपयोगिता के बारे में बताया गया है इसे ध्यान पूर्वक पढ़ें।
वसा के कार्य (Vasa Ke Karya)

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वसा के कार्य
- वसा हमारे शरीर के लिए नितांत आवश्यक है। यदि भोजन द्वारा शरीर को वसा प्राप्त न हो तो शरीर का विकास ही रुक जाए।
- हम अपने भोजन में वसा अधिकतर वनस्पति तेलों से प्राप्त करते हैं।
- याद रहे, शरीर को वसा की सीमित मात्रा ही मिले। अधिक वसा हमारा शरीर पचा नहीं पाता। अतः रोगी हो जाएगा।
- यदि कोई व्यक्ति सामान्य से अधिक वसा की मात्रा सेवन कर ले तो उसे अतिरिक्त परिश्रम, कार्य, व्यायाम करना होगा, तभी यह पच पाएगी।
- हमारे शरीर में ग्लूकोज़ से स्वतः वसा का निर्माण होता है।
- मगर हमारे आहार में ‘लाइनोलिनिक’ तथा ‘लीनोलिक’ वसा अम्ल अलग से होना ज़रूरी है। ग्लूकोज़ इन दोनों का निर्माण नहीं कर सकता। इन दोनों बसा अम्लों को पाने के लिए हमें वनस्पति तेलों का सेवन करना पड़ता है। यह भी अधिक मात्रा में लेने पर लाभ नहीं, हानि देते हैं 1
- वसा पाने के लिए हमें मक्खन, घी, वनस्पति तेल, मछली, मांस का सेवन करना पड़ता है।
- स्पष्ट करें तो वसा ही चर्बी है। यह वह ईंधन खाद्य है, जो शरीर को गर्मी तथा शक्ति देता है।
- चीनी, गुड़, आदि को छोड़कर शेष सब भोज्य पदार्थों में वसा पाई जाती है। कुछ फलों में भी नहीं होती।
- शरीर में वसा या चर्बी देर से जलती है। अतः परिश्रम चाहिए।
- प्रकृति का भी कमाल देखें। चर्बी अधिक शक्तिदायक है। यह शीघ्रता से नहीं जलती। प्रकृति इसे हमारे शरीर में बहुधा सुरक्षित पूंजी के रूप में रखती है।
- जब हमें बीमारी की अवस्था में भोजन खाने की मनाही होती है, तो हमारा शरीर वसा (चर्बी) की पूंजी से खर्च कर अपना काम चला लेता है।
- जो व्यक्ति कुछ काम नहीं करते। हाथ-पांव नहीं हिलाते। खूब आराम फरमाते हैं, उन्हें तो ‘वसा’ ‘न’ के बराबर लेनी चाहिए।
वसा के मुख्य स्रोत
S.No | वसा | मात्रा % |
---|---|---|
1. | घी व तेलों से | 100% |
2. | सोयाबीन से | 20% |
3. | मूंगफली से | 41% |
4. | बादाम से | 6% |
5. | काजू से | 47% |
6. | गाय के दूध से | 3.5% |
7. | भैंस के दूध से | 8.75% |
8. | पनीर से | 20% |
9. | मछली से | 1.5% |
10. | पिस्ता से | 54% |
11. | धनिया से | 16% आदि |
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अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।